खनिज अन्वेषण निगम लिमिटेड (MECL) देश में प्रमुख अन्वेषण एजेंसी है और वर्ष 1972 में अपनी स्थापना के बाद से खनिज अन्वेषण गतिविधियों को अंजाम दे रहा है । यह सरकार द्वारा वित्तपोषित प्रचार कार्यक्रम के तहत अपनी अन्वेषण गतिविधियों को अंजाम देता है। भारत और सार्वजनिक क्षेत्र और निजी क्षेत्र और राज्य सरकार (ओं) सहित अन्य एजेंसियों की ओर से पारस्परिक रूप से सहमत नियम और शर्तों पर अब तक, इसमें 144681 मिलियन टन खनिज भंडार राष्ट्रीय खनिज सूची (31 दिसंबर, 2011 तक) को जोड़ा गया है।
कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी और चुकता इक्विटी क्रमश: `125.00 करोड़ और` 119.55 करोड़ हैं। इक्विटी पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा आयोजित की जाती है। कंपनी का पंजीकृत कार्यालय नागपुर (महाराष्ट्र) में है और यह नागपुर में कॉर्पोरेट कार्यालय से दो स्तरीय प्रणाली के माध्यम से परियोजनाओं, मुख्य उत्पादन केंद्रों के कामकाज का प्रबंधन करता है। विभिन्न परियोजनाओं में तैनात पौधों और मशीनरी के शीघ्र रखरखाव की सुविधा के लिए, रांची, नागपुर और हैदराबाद में तीन क्षेत्रीय रखरखाव केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। परियोजनाओं के लिए तकनीकी मार्गदर्शन, भूवैज्ञानिक रिपोर्टों को अंतिम रूप देना, ग्राहकों के साथ निकट संपर्क और रांची, नागपुर, और हैदराबाद में स्थित आंचलिक कार्यालयों के माध्यम से व्यापार के नए अवसरों की तलाश की जा रही है। कंपनी की व्यावसायिक गतिविधियों को नागपुर में बिजनेस डेवलपमेंट एंड प्लानिंग डिवीजन द्वारा देखा जा रहा है। इसके अलावा, दो व्यावसायिक विकास इकाइयां नई दिल्ली और कोलकाता में परिचालन में हैं।
- वेबसाईट के लिए देखें: http://www.mecl.gov.in